
🛑 संसद के बाहर सियासी संग्राम: डिंपल यादव पर टिप्पणी के खिलाफ एनडीए सांसदों का हल्ला बोल
मौलाना साजिद रशीदी के बयान से नाराज़ सांसदों ने मकर द्वार पर किया प्रदर्शन, महिला सम्मान और लोकतांत्रिक मूल्यों पर उठे सवाल
रिपोर्ट: एलिक सिंह | वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
📍 नई दिल्ली | 📞 संपर्क: 8217554083
नई दिल्ली, संसद भवन:
संसद के मानसून सत्र के बीच आज सियासत एक नई करवट लेती नजर आई, जब एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के सांसदों ने समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव के समर्थन में मकर द्वार पर एकजुट होकर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन का कारण बना मौलाना साजिद रशीदी द्वारा दिया गया एक बेहद आपत्तिजनक बयान, जिसमें उन्होंने डिंपल यादव के विरुद्ध अशोभनीय और अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
सांसदों ने इसे न केवल डिंपल यादव का अपमान बताया, बल्कि महिला गरिमा, लोकसभा की प्रतिष्ठा और लोकतांत्रिक मर्यादा पर सीधा हमला करार दिया। प्रदर्शन के दौरान एनडीए सांसदों ने हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी की और रशीदी की गिरफ्तारी तथा सार्वजनिक माफी की मांग की।
📌 प्रदर्शन के प्रमुख बिंदु:
🔹 मौलाना साजिद रशीदी के बयान की सख्त निंदा की गई
🔹 डिंपल यादव के समर्थन में NDA सांसद एकजुट दिखाई दिए
🔹 विरोध प्रदर्शन में महिला सांसदों की भागीदारी भी रही मुखर
🔹 प्रदर्शन स्थल मकर द्वार पर ‘महिला अपमान नहीं सहेंगे’, ‘मौलाना माफी मांगो’ जैसे नारे लगे
🔹 सांसदों ने मांग की कि सरकार इस बयान को गंभीरता से लेकर कानूनी कार्रवाई करे
🗣️ सांसदों का आक्रोश: “महिला सम्मान के साथ नहीं होने देंगे खिलवाड़”
प्रदर्शन कर रहे सांसदों ने कहा—
“यह हमला केवल एक महिला सांसद पर नहीं, यह पूरे लोकतंत्र की गरिमा पर हमला है। हम सभी दलों से उम्मीद करते हैं कि वे नारी सम्मान पर एक सुर में आवाज़ उठाएं।”
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या राजनीति इतनी गिर चुकी है कि महिलाओं के खिलाफ सार्वजनिक मंच से असभ्य भाषा को नजरअंदाज़ किया जाए?
❓ विपक्ष की चुप्पी पर उठे सवाल
एनडीए सांसदों ने इस बात पर भी हैरानी जताई कि विपक्ष, विशेष रूप से समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और TMC जैसे दल इस बयान पर अब तक चुप्पी साधे हुए हैं।
यह वही दल हैं जो महिला सशक्तिकरण और अधिकारों की बात करते हैं, लेकिन जब एक महिला सांसद पर हमला होता है तो राजनीतिक सुविधा के अनुसार चुप्पी ओढ़ लेते हैं।
👥 महिला सांसदों का कड़ा रुख
प्रदर्शन में शामिल महिला सांसदों ने कहा कि—
“यह बयान केवल डिंपल यादव के खिलाफ नहीं, बल्कि संसद में बैठी हर महिला के खिलाफ है। यदि आज हम चुप रहे, तो कल कोई भी सुरक्षित नहीं रहेगा।”
📢 जनता में भी नाराज़गी, सोशल मीडिया पर विरोध की बाढ़
मौलाना के बयान को लेकर सोशल मीडिया पर भी भारी विरोध देखने को मिला है। ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब पर लोग #ArrestSajidRashidi और #RespectWomenInPolitics जैसे हैशटैग चला रहे हैं।
लोगों का कहना है कि राजनीति में महिलाओं को निशाना बनाना अब बर्दाश्त के बाहर है।
🧾 क्या है आगे की राह?
🔸 क्या साजिद रशीदी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी?
🔸 क्या संसद में इस पर विशेष चर्चा होगी?
🔸 क्या विपक्ष सार्वजनिक तौर पर इस बयान की निंदा करेगा?
इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों की राजनीति की दिशा तय करेंगे।
📍 रिपोर्ट: एलिक सिंह
संपादक – वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
उत्तर प्रदेश महासचिव – भारतीय पत्रकार अधिकार परिषद
📞 संपर्क: 8217554083